मंगलवार, 6 जनवरी 2015

जरूर पढ़ें- 2


(शीर्षकों पर क्लिक करें और पूरी खबर पढ़ें)
इस गांव में किसी घर में नहीं है सामने का दरवाजा
महाराष्ट्र में एक ऐसा गांव है जहां किसी घर में सामने का दरवाजा नहीं है. यहां तक कि गांव के एक बैंक में भी सामने का दरवाजा नहीं है. लोग पीछे के दरवाजे से काम चलाते हैं. पढिये एनडीटीवी की रिपोर्ट.
क्यों मिट रहे हैं चीन के गांव
चीन में शहरी आबादी तेजी से बढ़ रही है. हालात ये हैं कि अब इस देश में आधी से अधिक आबादी शहरों में रहती है. मगर इस बीच लोग गांवों के मिटने से परेशान हैं. एक फिल्मकार ने फिल्म बनाकर लोगों को बताया है कि कैसे इन मरते गांवों को अब भी बचाया जा सकता है. पढ़ें रिपोर्ट. साथ में फिल्म भी देखें...
एक गांव जहां नहीं होता सरपंच चुनाव
मंदसौर: मध्य प्रदेश इन दिनों पंचायत चुनाव के रंग में रंगा हुआ है, लेकिन मंदसौर जिले में ढाबला महेश एक ऐसा गांव है जहां के लोग चुनाव में मतदान की बजाय आपसी सहमति में भरोसा करते हैं. उन्होंने इस बार आपसी सहमति से दूल्हे सिंह को सरपंच चुना है.
इस जिले के सौ गांव 24 घंटे बिजली से होंगे रोशन
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के सौ गांव बिजली से 24 घंटे रोशन होंगे। इन गांवों में बिजली गुल होने तथा वोल्टेज की समस्या नहीं रहेगी। दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना से इन गांवों के दिन बदलने वाले हैं। इन गांवों में शहरों की तरह निर्वाध रूप से बिजली मिलेगी। इस योजना के बाद बिजली के लिए परेशान गांव के लोगों को बिजली के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। ग्रामीण क्षेत्रों मे बिजली के गुल होने की समस्या हमेशा बनी रहती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें